किसान भाइयों का उल्टा बिज़नस

छोटे बिज़नस, या अधिकतर बिज़नस का एक मूल स्वभाव ये है की – थोक में खरीदो और खुदरा में बेचो I ज्यादातर मामलों में लोग ऐसे ही लाभ भी कमाते हैं I किन्तु किसान भाइयों के मामले में ये उल्टा है I वो खुदरा में कृषि उत्पादक सामग्री (जैसे- बीज, उर्वरा) लेते हैं और फसल होने पे उसे थोक में व्यापारियों के हाथ बेच देते हैं I यहाँ भी पसीना किसान बहाते हैं और मुनाफा बड़े व्यवसायी ले जाते हैं I किसान थोड़े पैसे कमा के अपनी ज़िन्दगी का गुजारा सदियों से करते आ रहे I
अब इस समस्या का समाधान जरुरी है, कई तरीके हैं किसानों को इस समस्या से बाहर निकालने के लिए I उनमे सबसे कारगर है FPC ( फार्मर्स प्रोडूसर कम्पनी ) स्थापित करना I विकशित देशों में लोग अपने कमाई का बड़ा हिस्सा अपने भोजन पे करते हैं I वजह है साग-सब्जियों के ऊँचे दाम I साग-सब्जियों के ऊँचे दाम होने से किसान को अच्छा मुनाफा होता है और वो भी कार में चलते हैं, उनके अच्छे घर होते हैं I एक गुणवत्ता वाली जीवन स्तर होती है और वो नौकरी करने वालों जैसा अच्छा पैसा कमाते हैं I